
विटामिन
विटामिन हमारे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक ऐसे यौगिक हैं जो कई खाद्य पदार्थ में कम मात्रा में होते है। चूंकि इनका निर्माण शरीर में नहीं हो सकता है, इसलिए हमारे लिए इन्हें आहार से प्राप्त करना जरुरी है। हमें स्वस्थ रहने के लिए विटामिन तत्वों तहुत कम मात्रा में जरुरत होती है।
शारीरिक संरचना के रख रखाव, वृद्धि व विकास और इम्युनिटी बढ़ाने में विटामिन सहायक होते हैं। प्रोटीन, फैट व कार्बोहाइड्रेट, आदि महत्वपर्ण पोषक तत्वें के द्वारा उपयोग में तथा आहार से ऊर्जा के उत्पादन में कई विटामिन मदद करते हैं। कुछ एन्टीऑक्सीडेंट विटामिन फ्री रेडिकल्स से होने वाली कोशिकाओं की क्षति, असमय बुढ़ापे तथा विभिन्न गंभीर रोगों से हमें बचाते हैं। विभिन्न एंजाइम्स और हार्मोन्स के उत्पादन के लिए भी विटामिन आवश्यक होते हैं।
विटामिन दो प्रकार के होते हैं
- जल में घुलनशील विटामिन
- फैट में घुलनशील विटामिन
जल में घुलनशील विटामिन
जल में घुलनशील विटामिन शरीर में संचित नहीं होते। दैनिक आवश्यकता से अधिक मात्रा में सेवन करने पर ये मूत्र द्वारा शरीर से निकाल दिये जाते हैं इसलिए प्रतिदिन इन विटामिनों का सेवन आवश्यक है। जल में घुललशील विटामिन ऊष्मा, हवा और प्रकाश के संपर्क में आने पर नष्ट हो जाते हैं, इसलिए इन विटामिनों का सप्लीमेंटेशन आवश्यक है। सभी बी कॉम्प्लेक्स विटामिन और विटामिन सी-जल में घुलनशील विटामिनों की श्रेणी में आते हैं।
फैट में घुलनशील विटामिन
फैट में घुलनशील विटामिन लिवर में संचित हो जाते हैं व शरीर से इनका निकास नहीं होता। अतः इनका आवश्यकता से अधिक सेवन शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। यह जल में घुलनशील विटामिनों की तुलना में अधिक स्थायी होते हैं व खाना पकाने और फूड प्रोसेसिंग में जल्द नष्ट नहीं होते। विटामिन ए, डी, ई और विटामिन ‘के’, आदि फैट में घुलनशील विटामिन हैं।
हमारे शरीर में बनने वाले विटामिन
विटामिन जैविक पदार्थ होते हैं जो एंजाइमों को सक्रिय करते हैं। एंजाइम ऐसे प्रोटीन जोते हैं जो उत्प्रेरक के रूप में शरीर में होने वाली जैविक प्रतिक्रियाओं की गतिशीलता बढ़ाने में सहायक होते हैं। हमारे शरीर मे कुछ मात्रा में विटामिन ‘डी’ और विटामिन ‘के‘ (Vitamin D & K) का उत्पादन होता है लेकिन अन्य सभी विटामिन्स हमें आहार या सप्लीमेंट के द्वारा प्राप्त होते हैं।
वैश्विक मान्यता प्राप्त 13 विटामिन्स हमारे शरीर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दो अन्य विटामिन कोलीन व इनोसिटॉल भी कई शारीरिक कार्य करते हैं। प्रत्येक विटामिन के शरीर में कुछ विशिष्ट कार्य हैं लेकिन कोई भी विटामिन अकेले रहकर पूर्णतः प्रभावशील नहीं होता। यह एक दूसरे के साथ या आहार से प्राप्त कार्बेहाइड्रेट, प्रोटीन व फैट के संयोजन से प्रभावी रुप से कार्य करते हैं।
कुछ महत्वपूर्ण विटामिन के नाम
विटामिन बी1 | थायमिन | ![]() |
विटामिन बी2 | राइबोफ्लेविन | ![]() |
विटामिन बी3 | नियासिन | ![]() |
विटामिन बी5 | पैंटोथेनिक एसिड | ![]() |
विटामिन बी6 | पायरिडॉक्सिन | ![]() |
विटामिन बी7 | बायोटिन | ![]() |
विटामिन बी9 | फॉलिक एसिड | ![]() |
विटामिन बी12 | सायनोकोबालामिन | ![]() |
कोलिन | ![]() | |
इनोसिटाल | ![]() | |
विटामिन बी17 | एमिगडेलिन | ![]() |
विटामिन C | एस्कॉर्बिक एसिड | ![]() |
विटामिन A | रेटिनॉल | ![]() |
विटामिन D | ![]() | |
विटामिन E | टोकोफेरोल | ![]() |
विटामिन K | ![]() |
निष्कर्ष
उम्मीद है आपको विटामिन में जानकारी अवश्य ही अच्छी लगी होगी, अगले आर्टिक्ल में हम आपको विभिन्न विटामिन और उनके कार्य तथा उनकी कमी के लक्षण के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा करेंगे। उम्मीद है आपको इस ब्लॉग के आर्टिकल पसंद आ रहे होंगे। आपसे अनुरोध है कि आपके ब्राउज़र में आने वाले पुश नोटिफिकेशन के YES बटन को अवश्य दबा दें।
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